कैम्पस हम सभी की याद का हिस्सा होता है, लेकिन कैसे भूल जाते हैं हम इसे. आज बहुत दिनों बाद ब्लॉग पर आया तो अपना कैंपस ताजा दम होकर सामने आ गया.... मियां फेयरवेल ले लिये हो या किसी को दे दिया.... तुम सचमुच सब्जी में नमक की ही तरह रहोगे... जब होते हो तो पता ही नहीं चलता और नहीं होते तो हाय तौबा मच जाती है, जायका जो बिगडता है...
कैम्पस हम सभी की याद का हिस्सा होता है, लेकिन कैसे भूल जाते हैं हम इसे. आज बहुत दिनों बाद ब्लॉग पर आया तो अपना कैंपस ताजा दम होकर सामने आ गया.... मियां फेयरवेल ले लिये हो या किसी को दे दिया.... तुम सचमुच सब्जी में नमक की ही तरह रहोगे... जब होते हो तो पता ही नहीं चलता और नहीं होते तो हाय तौबा मच जाती है, जायका जो बिगडता है...
2 टिप्पणियां:
कैम्पस हम सभी की याद का हिस्सा होता है, लेकिन कैसे भूल जाते हैं हम इसे. आज बहुत दिनों बाद ब्लॉग पर आया तो अपना कैंपस ताजा दम होकर सामने आ गया....
मियां फेयरवेल ले लिये हो या किसी को दे दिया....
तुम सचमुच सब्जी में नमक की ही तरह रहोगे... जब होते हो तो पता ही नहीं चलता और नहीं होते तो हाय तौबा मच जाती है, जायका जो बिगडता है...
कैम्पस हम सभी की याद का हिस्सा होता है, लेकिन कैसे भूल जाते हैं हम इसे. आज बहुत दिनों बाद ब्लॉग पर आया तो अपना कैंपस ताजा दम होकर सामने आ गया....
मियां फेयरवेल ले लिये हो या किसी को दे दिया....
तुम सचमुच सब्जी में नमक की ही तरह रहोगे... जब होते हो तो पता ही नहीं चलता और नहीं होते तो हाय तौबा मच जाती है, जायका जो बिगडता है...
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