मंगलवार, 28 जुलाई 2009

एक छोटी सी प्रेम कहानी में बड़े-बड़े टि्व्स्ट

चंद्रमोहन और अनुराधा उर्फ.फिजा की छोटी सी लव स्टोरी में इतने सारे टर्निंग प्वाइंट रहे हैं, कि आज अगर टेलीविजन पर एकता कपूर का राज चलता रहता तो वह इनकी प्रेम कहानी पर कहानी चांद फिजा की नाम से अब तक सीरियल बना चुकी होतीं। इनकी प्रेम कहानी में इजहार है, इनकार है, तकरार है, फिर प्यार का इकरार है। हालांकि एक बार इनकार के बाद शब्दों का वार तो चलता ही रहा है। कहने का मतलब कहानी पूरी फिल्मी से थोड़ी ज्यादा ही है। अगर उनकी प्रेम कहानी पर कोई फिल्म बन जाए तो चलेगी नहीं। चलेगी इसिलए नहीं, क्योंकि दर्शकों का पहला रिएक्शन यही होगा कि असल जिंदगी में ऐसा भी कहीं होता है। लेकिन ऐसा हुआ है और हो रहा है। यह ऐसा ड्रामा है, जहां कुछ दिनों के अंतराल पर कुछ न कुछ नया होता रहता है। चंद्रमोहन को अनुराधा से प्यार हो जाता है। कई दिनों तक वह गायब रहते हैं। खोजबीन चलती है, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चलता है। फिर अचानक एक दिन प्रकट होते हैं, लेकिन इस बार चंद्रमोहन चांद मोहम्मद बन चुके होते हैं और साथ में होती हैं उनकी नई पत्नी अनुराधा उफॆ फिजा। एक-दूसरे के हाथों में हाथ डाले, मीडिया के सामने उन्होंने खुलकर अपने प्यार का इजहार किया। कुछ ही दिनों बाद चांद मोहम्मद को अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ी। फिजा को पाने के बाद चंद्रमोहन अपनी पहली पत्नी और बच्चों को भूल चुके थे। अभी उनके प्यार को कुछ ही माह बीते थे कि चंद्रमोहन उर्फ चांद मोहम्मद फिर गायब हो जाते हैं। फिजा ने उनके घरवालों पर आरप लगाया और फिर चांद की खोजबीन शुरू होती है। इस बीच फिजा ने नींद की गोलियां निगल लीं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन चांद का तब तक कोई पता न था। फिर चांद का फोन आता है कि वह ठीक है। यहीं पर दोनों के प्यार में दरारें दिखनी शुरू हो गईं थीं। अभी कुछ ही दिन बीते थे कि फिजा को पता चला कि वह विदेश चला गया है। इस बार फिजा की गुस्सा का ठिकाना न था। उसने चांद मोहम्मद पर बलात्कार का आरप लगा दिया। शिकायत दी गई। चांद का जवाब आया कि वह इलाज कराने गया है और फिजा का मानना था कि वह अपनी पहली बीवी और बच्चों के साथ घूम रहा है। फिर एक और टर्निंग प्वाइंट। चांद ने एसएमएस के माध्यम से फिजा को तलाक लिख कर भेज दिया। उसके बाद से दोनों ही तरफ से आरोपों का दौर शुरू हो गया। फिर एक दिन अचानक चांद लौट आया। फिजा के घर के बाहर वह घंटो बैठा रहा, फिर फिजा आई और दोनों को इस तरह एक साथ देख कर यही लग रहा था कि फिजा ने चांद को माफ कर दिया है और उन्हें एक-दूसरे का प्यार मिल गया है। उस समय चांद ने तलाक वाली बात पर कहा था कि तीन बार तलाक लिखने से तलाक होता है, मैंने तो दो ही बार तलाक लिख था। हालांकि फिजा ने साफ कहा था कि वह चांद मोहम्मद पर यकीन नहीं कर सकती। उसे माफ करने के बारे में वह सोचेगी। फिर चंद्रमोहन के कुल्हे का दिल्ली में ऑपरेशन और फिजा का रियलिटी शो में जाना। रियलिटी शो से फिजा जिस दिन वापस आईं, उस दिन उनका जन्मदिन था, लेकिन चांद ने उन्हें फोन नहीं किया था। फिर चांद ने मां जसमा देवी के साथ हिसार के सपरा अस्पताल में अपना इलाज शुरू करवाया। यहीं उन्होंने कहा कि वह फिर से चंद्रमोहन बनने जा रहे हैं। इस बार तो फिजा के गुस्से का ठिकाना ही न रहा। चांद के साथ-साथ उन्होंने उनकी मां को भी निशाने पर लिया। फिजा ने कहा कि चांद के पूरे परिवार का दिमाग फिर गया है। उन्हें किसी अच्छे डॉक्टर की आवश्यकता है। चांद को सिरफिरा बताते हुए फिजा ने यह भी कहा कि चांद के घर वापस आने पर वह उन्हें माफ करने के बारे में सोचने लगी थीं, लेकिन अब तो सवाल ही नहीं उठता। यह सब तो २७ जुलाई तक की ही बात है। यानी उनकी शादी के अभी एक साल भी पूरे नहीं हुए हैं। ड्रामा तो अभी जारी है...

3 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

lambaa chlegaa bhai ye draamaa
abhi film baaki hai !

Udan Tashtari ने कहा…

पता नहीं क्या चल रहा है..रोज एक नया आयाम और वो भी पब्लिकली.

Gyan Darpan ने कहा…

एकता कपूर का क्या वह तो कभी भी इस पर सीरियल बना सकती है बशर्ते कहानी चलने वाली हो |